BSEB Bihar Board 12th Chemistry Important Questions Short Answer Type Part 4 are the best resource for students which helps in revision.
Bihar Board 12th Chemistry Important Questions Short Answer Type Part 4
प्रश्न 1.
Antimicrobials कैसे microbial बिमारियों को नियंत्रित करता है?
उत्तर:
Antimicrobial microbial रोगों को तीन प्रकार से नियंत्रित करता है-
- Bactericidal औषधि शरीर के अन्दर के Organism को मार देता है।
- Bacteriostatic औषधियाँ Organism के वृद्धि को रोक देते हैं।
- Antimicrobials शरीर के प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
प्रश्न 2.
टिंक्चर ऑफ आयोडीन क्या है ? इसका क्या उपयोग है ?
उत्तर:
आयोडीन के एल्कोहॉल एवं जल में बने 2-3% विलयन को टिंक्चर, ऑफ आयोडीन (tincture of iodine) कहा जाता है। इसका उपयोग antiseptic के रूप में किया जाता है।
प्रश्न 3.
निम्न के दो-दो उदाहरण दें
(i) Antacid (ii) Antihistamine (iii) tranquilizer (iv) analgesic (v) Antimicrobial (vi) Antibiotic (vii) antiseptic.
उत्तर:
(i) Antacid – Cemetidine, Rantidine
(ii) Antihistamine – Bromopheniramine, terbenadine
(iii) Tranquilizer – Iproniazid, phenelzine
(iv) Analgesic – Aspirin, Paracetamol
(v) Antimicrobial – Salvarsan, Prontosil
(vi) Antibiotic – Penicillin, Chloramphenicol, Tetracycline, obloxacin
(vii) Antiseptic – Furacine, Soframicine
प्रश्न 4.
सक्रियण ऊर्जा क्या है?
उत्तर:
सक्रियण ऊर्जा (Activation energy)- रासायनिक प्रतिक्रिया प्रतिकारकों के अणुओं के मध्य टक्कर होने के कारण होती है। किन्तु अणुओं के मध्य के प्रत्येक टक्कर प्रभावी नहीं होता है। केवल उन आणविक टक्करों से ही रासायनिक संयोग होता है, जिनमें पर्याप्त ऊर्जा संलग्न रहती है। इस प्रकार की टक्करों को प्रभावी टक्करें कहते हैं। बाकी टक्करें अप्रभावी होती है। अतएव जो अणु टकराकर रासायनिक संयोग करते हैं वे टकराव के दौरान पहले अपने सामान्य अवस्था की सामान्य ऊर्जा के अतिरिक्त ऊर्जा का एक न्यूनतम मान ग्रहण कर सक्रिय हो जाते हैं। ऊर्जा के इस न्यूनतम मान को “सक्रियण ऊर्जा” कहते हैं।
अतः अणु को सक्रिय बनाने के लिए आवश्यक न्यूनतम ऊर्जा को सक्रियण ऊर्जा कहते हैं।
गणितीय ढंग से सक्रियण ऊर्जा को व्यक्त करने के लिए आहेनियस ने एक समीकरण दिया जो निम्न प्रकार हैं।
यदि तापमान तथा T1 तथा T2 पर प्रतिक्रिया के वेग स्थिरांक क्रमशः K1 तथा K2, हो, तो
जहाँ Ea सक्रियण ऊर्जा है तथा R गैस स्थिरांक है।
प्रश्न 5.
किसी सेल के विद्युत वाहक बल से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
दो समान उत्क्रमणीय विद्युतोदों को विभिन्न सान्द्रण के दो समान घोलों में डुबाने पर सान्द्रता सेल का निर्माण होता है।
परम्परा के अनुसार ऋण विद्युतोद बाईं ओर तथा धन विद्युतोद दाईं ओर रहता है। बाईं ओर का घोल दाईं ओर की घोल की अपेक्षा तनु होता है। बाईं ओर के विद्युतोद पर ऑक्सीकरण अर्थात्
तथा दाईं ओर के विद्युतोद पर अवकरण, अर्थात्
घटित होता है। इस प्रकार नेट सेल प्रतिक्रिया है-
अर्थात, Mn+ आयन C2 सान्द्रता के घोल से C1 सान्द्रता के घोल में स्थानान्तरित होते हैं। पूर्ण सेल का वि० वा० ब० (e.m.f.) दोनों अर्द्ध सेलों के विभवों के बीजीय योग के बराबर होता है जिसमें एक ऑक्सीकरण विभव तथा दूसरा अवकरण विभव कहलाता है। इस प्रकार,
Ecell = Eo% + Ered
जहाँ Ecell = सेल का वि० वा० ब०, Eo% = बायें इलेक्ट्रोड का ऑक्सीकरण विभव तथा Ered = दायें इलेक्ट्रोड का अवकरण विभव है।
मान्य परम्परा के अनुसार सेल का वि० वा० बल (e.m.f.) धनात्मक होता है, जब बायें इलेक्ट्रोड पर ऑक्सीकरण तथा दायें पर अवकरण हो।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित में विभेद बतलावें-
(a) फॉर्मिक अम्ल एवं ऐसीटिक अम्ल (b) एनीलीन तथा इथाइल एमीन
उत्तर:
(a) फॉर्मिक अम्ल तथा एसीटिक अम्ल में विभेद-
(b) एनीलीन तथा इथाइल ऐमीन में विभेद-
प्रश्न 7.
क्या होता है जब-
(1) मिथाइल एल्कोहॉल की प्रतिक्रिया एसीटाइल क्लोराइड से करायी जाती है ?
(2) मिथाइल एल्कोहॉल का वाष्प अवकृत ताँबे के ऊपर 300°C पर प्रवाहित कराया जाता है।
(3) इथाइल एल्कोहॉल सोडियम से प्रतिक्रिया करता है।
(4) इथाइल ब्रोमाइड की प्रतिक्रिया बेंजीन के साथ अनाई AlCl3 की उपस्थिति में करायी जाती है।
(5) इथाइल क्लोराइड को एल्कोहलीय KCN के साथ गर्म किया जाता है।
(6) सोडालाइम के साथ सोडियम एसीटेट को गर्म किया जाता है।
(7) निर्जल एल्युमिनियम क्लोराइड की उपस्थिति में इथाइल आयोडाइड मैग्नेशियम से प्रतिक्रिया करता है।
(8) शुष्क ईथर की उपस्थिति में इथाइल आयोडाइड मैग्नेशियम से प्रतिक्रिया करता है।
(9) इथाइल एल्कोहॉल को विरंजक चूर्ण के साथ गर्म किया जाता है।
(10) इथाइल आयोडाइड को जिंक कॉपर युग्म एवं एल्कोहॉल के साथ गर्म किया जाता है।
(11) सोडियम प्रोपायोनेट को सोडा लाइम के साथ गर्म किया जाता है।
(12) मिथाइल एल्कोहॉल अमोनिया के साथ प्रतिक्रिया करता है।
(13) मिथाइल सायनाइड का जल-अपघटन होता है।
(14) एसीटिक अम्ल का निर्जलीकरण किया जाता है।
(15) इथाइल ऐमीन को क्लोरोफॉर्म एवं कॉस्टिक पोटाश के साथ गर्म किया जाता है।
उत्तर:
(1) मिथाइल एल्कोहॉल की प्रतिक्रिया ऐसीटाइल क्लोराइड से कराने पर मिथाइल ऐसीटेट बनता है।
(2) मिथाइल अल्कोहल के वाष्प को यदि अवकृत ताँबे के ऊपर 300°C पर प्रवाहित किया जाता है, तो फॉर्मल्डिहाइड तथा हाइड्रोजन प्राप्त होता है।
(3) इथाइल अल्कोहल की प्रतिक्रिया सोडियम से कराने पर सोडियम इथॉक्साइड बनता है।
(4) अनाई AlCl3 की उपस्थिति में बेंजीन की प्रतिक्रिया इथाइल ब्रोमाइड से कराने पर इथाइल बेंजीन प्राप्त होता है। यह प्रतिक्रिया फ्रिडलक्राफ्ट प्रतिक्रिया कहलाती है।
(5) इथाइल क्लोराइड का अल्कोहलीय KCN के साथ गर्म करने पर इथाइल सायनाइड प्राप्त होता है।
(6) जब सोडालाइम को सोडियम एसीटेट के साथ गर्म किया जाता है तो मिथेन बनता है।
(7) निर्जल एल्युमिनियम क्लोराइड की उपस्थिति में जब बेंजीन मिथाइल क्लोराइड से प्रतिक्रिया करता है, तो टॉल्विन बनता है।
(8) शुष्क ईथर की उपस्थिति में जब इथाइल आयोडाइड मैग्नेशियम से प्रतिक्रिया करता है, तो ग्रिगनार्ड प्रतिकारक का निर्माण होता है।
(9) इथाइल अल्कोहल को विरंजक चूर्ण के साथ गर्म करने पर जल की अनुपस्थिति में एसीटल्डिहाइड बनता है।
(10) इथाइल आयोडाइड को Zn-Cu तथा अल्कोहल द्वारा अवकृत करने पर इथेन प्राप्त होता है। .
(11) सोडियम प्रोपायोनेट को सोडालाइम के साथ गर्म करने पर इथेन बनता है।
(12) मिथाइल एल्कोहॉल एवं अमोनिया के वाष्पीय मिश्रण को तप्त जिंक क्लोराइड एवं अमोनिया के युग्म-लवण के ऊपर प्रवाहित करने पर मिथाइल ऐमीन प्राप्त होता है।
(13) मिथाइल सायनाइड का जल-अपघटन कॉस्टिक क्षार के साथ कराने पर ऐसीटिक अम्ल प्राप्त होता है।
CH3C ≡ N+2H2O + CH3COOH + NH3
(14) ऐसीटिक अम्ल का निर्जलीकरण किसी निर्जलीकरण पदार्थ (P2O5) के साथ गर्म करके कराया जाता है जिससे ऐसीटिक ऐन्हाइड्राइड बनता है।
(15) इथाइल ऐमीन की प्रतिक्रिया क्लोरोफॉर्म एवं कॉस्टिक पोटाश के साथ कराने पर इथाइल आइसोसायनाइड बनता है।
प्रश्न 8.
क्या होता है जब-
(i) ऐसीटल्डिहाइड HCN गैस के साथ प्रतिक्रिया करता है।
(ii) इथाइल ब्रोमाइड की प्रतिक्रिया जलीय NaOH ( या KOH) के साथ करायी जाती है।
(iii) इथाइल ब्रोमाइड एल्कोहलीय KOH ( या NaOH) के साथ प्रतिक्रिया करता है।
(iv) इथाइल आर्योडाइड जलीय NaOH ( या KOH) के साथ प्रतिक्रिया करता है।
(v) इथाइल आयोडाइड एल्कोहलीय NaOH( या KOH) के साथ प्रतिक्रिया करता है।
(vi) फॉर्मिक अम्ल टॉलेन प्रतिकारक के साथ प्रतिक्रिया करता है।
(vii) ऐसीटल्डिहाइड की प्रतिक्रिया PCI के साथ करायी जाती है।
(viii) बेंजीन की प्रतिक्रिया मिथाइल ब्रोमाइड के साथ करायी जाती है।
(ix) फॉर्मल्डिहाइड अमोनिया के साथ प्रतिक्रिया करता है।
(x) ऐसीटोन की प्रतिक्रिया. सोडियम बाइसल्फाइड के साथ करायी जाती है।
(xi) सोडियम फॉर्मेट को गर्म किया जाता है।
(xii) अमोनियम फॉर्मेट को गर्म किया जाता है।
(xiii) फॉर्मिक अम्ल को सान्द्र H2SO4 के साथ गर्म किया जाता है।
(xiv) इथाइल एल्कोहॉल को सान्द्र H2SO4 के साथ 170°C गर्म किया जाता है।
(xv) अमोनियम सायनेट को गर्म किया जाता है।
(xvi) ऐसीटिक अम्ल को P2O5 के साथ गर्म किया जाता है।
(xvii) ऐसीटाइल क्लोराइड की प्रतिक्रिया ग्रिग्नार्ड प्रतिकारक के साथ करायी जाती है।
(xviii) फॉर्मल्डिहाइड को NaOH के साथ गर्म किया जाता है।
(xix) फॉर्मल्डिहाइड को फेहलिंग घोल के साथ गर्म किया जाता है।
उत्तर:
(i) ऐसीटल्डिहाइड HCN गैस के साथ प्रतिक्रिया कर ऐसीटल्डिहाइड सायनोहाइड्रीन बनाता है।
(ii) इथाइल ब्रोमाइड की प्रतिक्रिया जलीय NaOH (यां KOH) के साथ कराने इथाइल एल्कोहॉल बनता है।
C2H5Br + NaOH → C2H5OH + NaBr
C2H5 + KOH → C2H5OH + KBr
(iii) इथाइल ब्रोमाइड को जब ऐल्कोहलीय KOH (या NaOH) घोल के साथ गर्म किया जाता है तो इथिलीन एवं डाइइथाइल ईथर बनता है।
(iv) इथाइल आयोडाइड जलीय NaOH (या KOH) के साथ प्रतिक्रिया कर इथाइल एल्कोहॉल बनाता है।
C2H5I+ NaOH → C2H5OH + NaI
C2H5I + KOH → C2H5OH + KI
(v) इथाइल आयोडाइड को जब ऐल्कोहलीय NaOH (या KOH) के साथ गर्म किया जाता है तो इथिलीन एवं डाइइथाइल ईथर बनते हैं।
(vi) फॉर्मिक अम्ल को जब टॉलेन प्रतिकारक के साथ गर्म किया जाता है तो रजत दर्पण प्राप्त होता है।
AgNO3 + NH4OH → AgOH + NH4NO3
2AgOH → Ag2O + H2O
Ag2O + HCOOH → 2Ag + H2O + CO2
(vii) ऐसीटल्डिहाइड की प्रतिक्रिया PCI, के साथ करने कर इथिलीडिन क्लोराइड बनता है।
CH3CHO + PCl5 → CH3 · CH3 · CHCl2 + POCl3
(viii) अनार्दै एल्युमिनियम क्लोराइड की उपस्थिति में बेंजीन मिथाइल ब्रोमाइड के साथ प्रतिक्रिया कर टॉल्विन बनाता है।
(ix) फार्मल्डिहाइड अमोनिया के साथ प्रतिक्रिया कर हेक्सामिथिलीन टेट्रामीन (यूरोट्रॉपीन) बनाता है।
6HCHO + 4NH3 → (CH2)6N4 + 6H2O
(x) ऐसीटोन की प्रतिक्रिया सोडियम बाइसल्फाइड के संतृप्त घोल (40%) के साथ करायी जाती है तो ऐसीटोन सोडियम बाइसल्फाइड के श्वेत रवे प्राप्त होते हैं।
(xi) सोडियम फॉर्मेट को जब 773K तक गर्म किया जाता है तो सोडियम ऑक्जैलेट बनता हैं और हाइड्रोजन गैस निकलती है।
(xii) अमोनियम फॉर्मेट को गर्म करने पर फॉर्मामाइड बनता है।
(xiii) फॉर्मिक अम्ल को जब सान्द्र H2SO4 के साथ गर्म किया जाता है तो यह कार्बन मोनॉक्साइड एवं जल में टूटता है।
(xiv) इथाइल एल्कोहॉल को जब सान्द्र H2SO4 की अधिक मात्रा के साथ 170°C तक गर्म किया जाता है तो इथिलीन बनता है।
(xv) अमोनियम सायनेट को गर्म करने पर यूरिया बनता है।
NH4CNO → NH2 – CO – NH2
(xvi) ऐसीटिक अम्ल को P2O5 के साथ गर्म करने पर ऐसीटिक ऐनहाइड्राइड बनता है।
(xvii) ऐसीटाइल क्लोराइड को निग्नार्ड प्रतिकारक के साथ प्रतिक्रिया कराने पर टर्शियरी एल्कोहल बनता है।
(xviii) फॉर्मल्डिहाइड को जब NaOH के साथ गर्म किया जाता है, तो सोडियम फॉर्मेट एवं मिथाइल ऐल्कोहल बनते हैं।
2HCHO + NaOH → HCOONa + CH3OH
(xix) फॉर्मल्डिहाइड को जब फेहलिंग घोल के साथ गर्म किया जाता है तो क्युप्रस ऑक्साइड का लाल अवक्षेप बनता है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित परिवर्तन आप कैसे करेंगे-
(a) ऐसीटिलिन से ऐसीटोन (b) इथाइल एल्कोहॉल से क्लोरोफॉर्म (c) मिथाइल एल्कोहॉल से इथेन (d) बेंजीन से बेंजोइक अन्ल (e) ऐसीटिक अम्ल से इथेन (f) मिथाइल एल्कोहॉल से इथाइल एल्कोहॉल (g) इथाइल एल्कोहॉल से मिथाइल एल्कोहॉल (h) फॉर्मिक अम्ल से ऐसीटिक अम्ल (i) फेनॉल से बेंजीन।
उत्तर:
(a) ऐसीटिलीन से ऐसीटोन : ऐसीटिलीन का ऑक्सीकरण अम्लीय KMnO4 से कराने पर ऐसीटिक अम्ल बनता है जो Ca(OH)2 से प्रतिक्रिया कर कैल्सियम ऐसीटेट बनाता है। कैल्सियम ऐसीटेट का शुष्क स्रवण करने पर ऐसीटोन बनता है।
(b) इथाइल एल्कोहॉल से क्लोरोफॉर्म : इथाइल एल्कोहॉल को जब विरंजक चूर्ण और जल के साथ गर्म किया जाता है तो आयोडोफॉर्म बनता है।
(c) मिथाइल एल्कोहॉल से इथेन : मिथाइल एल्कोहॉल की प्रतिक्रिया HBr के साथ कराने पर मिथाइल ब्रोमाइड बनता है। ईथर में बने मिथाइल ब्रोमाइड के घोल को सोडियम के साथ गर्म करने पर इथेन बनता है।
(d) बेंजीन से बेंजोइक अम्ल : अनार्द्र AlCl3 के उपस्थिति में बेंजीन की प्रतिक्रिया मिथाइल क्लोराइड से कराने पर टॉलुइन बनता है जो क्षारीय KMnO घोल के द्वारा बेंजोइक अम्ल में ऑक्सीकृत हो जाता है।
(e) ऐसीटिक अम्ल से इथेन : ऐसीटिक अम्ल की प्रतिक्रिया सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ प्रतिक्रिया कराने पर सोडियम ऐसीटेट बनता है। इसके जलीय घोल का विद्युत-विच्छेदन करने पर इथेन प्राप्त होता है।
(f) मिथाइल एल्कोहल से इथाइल एल्कोहल : मिथाइल एल्कोहल की प्रतिक्रिया HBr के साथ कराने पर मिथाइल ब्रोमाइड बनता है। इसके ईथर में बने घोल को सोडियम के साथ गर्म करने पर इथेन बनता है। इथेन सूर्य के विसरित प्रकाश में क्लोरीन के साथ प्रतिक्रिया कर इथाइल क्लोराइड बनाता है। इसे आर्द्र सिल्वर ऑक्साइड के साथ गर्म करने पर इथाइल एल्कोहल बनता है।
(g) इथाइल एल्कोहॉल से मिथाइल एल्कोहॉल : इथाइल एल्कोहल को अम्लीय K2Cr2O7 के द्वारा ऑक्सीकृत करने पर ऐसीटिक अम्ल बनाता है। इसकी प्रतिक्रिया NaOH के साथ कराने पर सोडियम ऐसीटेट बनता है। सोडियम ऐसीटेट को सोडालाइन के साथ गर्म करने पर मिथेन बनता है जो सूर्य के विसरित प्रकाश की उपस्थिति में क्लोरीन के साथ प्रतिक्रिया कर मिथाइल क्लोराइड बनाता है। मिथाइल क्लोराइड को आई Ag2O के साथ गर्म करने पर मिथाइल एल्कोहॉल बनाता है।
(h) फॉमिक अम्ल से ऐसोटिक अम्ल : फॉर्मिक अम्ल की प्रतिक्रिया Ca(OH)2 के साथ कराने पर कैल्सियम फॉर्मेट बनता है। इसका जब कैल्सियम ऐसीटेट के साथ शुष्क स्रवण किया जाता है तो ऐसीटल्डिहाइड बनता है। ऐसीटल्डिहाइड का ऑक्सीकरण अम्लीय K2Cr2O7 के साथ कराने पर ऐसीटिक अम्ल बनता है।
(i) फेनॉल से बेंजीन : फेनॉल को जब जस्ता चूर्ण के साथ स्रावित किया जाता है तो बेंजीन बनता है।